कर लो हंस की सवारी, वीणा-राग सुनाओ माँ| बसंती रुत है मस्तानी, सत्यलोक से आओ माँ| गुमसुम है हमारी आवाज़, पर दो हमें औ' दो परवाज़| आप हर सुरों की देव…
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