बसंती-बयार है बह रहा, फ़िज़ाओं में उड़े गुलाल| औ' नंदग्राम में राधा संग, होली खेले नन्द के लाल| अबीरों से भरी झोली है, ब्रज में आई होली है| झांझ म…
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