एक ही तो है,
मौसम औ' इंसान
लो ये जान।
दिखा देते हैं,
वे अपना औकात
रख लो याद।
बदल जाते,
हैं दोनों वक्त पर
ढाके कहर।
तू खुद पे ही,
सत विश्वास रख
औ' आस रख।
चल पथ पे,
निरंतर अकेले
लगेंगे मेले।
एक ही तो है,
मौसम औ' इंसान
लो ये जान।
दिखा देते हैं,
वे अपना औकात
रख लो याद।
बदल जाते,
हैं दोनों वक्त पर
ढाके कहर।
तू खुद पे ही,
सत विश्वास रख
औ' आस रख।
चल पथ पे,
निरंतर अकेले
लगेंगे मेले।
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